बच्चो को diaper पहनाना उनके लिए सुरक्षित है ? डायपर पहनाने से बच्चो के त्वचा को नुकसान पहुंचता है ?

आज हम जानेंगे बच्चो को diaper पहनाना उनके लिए सुरक्षित है ? डायपर पहनाने से बच्चो के त्वचा को नुकसान पहुंचता है ?

बच्चो को diaper पहनाना उनके लिए सुरक्षित है ? डायपर पहनाने से बच्चो के त्वचा को नुकसान पहुंचता है ?

अगर घर में नवजात बच्चा है तो माता पिता के मैं में बहोत से सवाल होते है।बच्चो को diaper पहनाना उनके लिए सुरक्षित है ? डायपर पहनाने से बच्चो के त्वचा को नुकसान पहुंचता है ? बच्चो को जन्म से लेकर ५ साल होने तक बहोत जयदा संभालना पड़ता है। उसको उससे नुकसान पहुंचाए वाली चीज़ों से दूर रखना पड़ता है। आज के भागादौड़ी के जीवन में माता पिता के पास ज्यादा वक्त नहीं होता। वैसेही आज के युग में हर चीज़ को कोई न कोई तोड़ होता है। बच्चो के लिए फायदेमंद बहोत साडी चीज़े बाजार में आयी है। जिससे बच्चो को संभालना कई प्रतिशद आसान हो गया है।

डायपर बच्चो के लिए सुरक्षित है ?
बच्चो की जरूरतों को ध्यान में रखकर डायपर का संशोधन लगाया गया है।हर एक चीज़ इस्तेमाल करने का एक योग्य तरीका होता है। उसे तरीकेसे हूँ चले तो उससे हमे कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता। वैसेही डायपर अगर बच्चो को वक्त पे पहनाये और निकले तो उससे बच्चो को कोई हानि नहीं पहुँचती।कई कम्पनिया रात में बच्चो को कोई परेशानी हो इसलिए ओवरनाइट डायपर भी बना रही है।

डायपर पहनाने का सही तरीका।
१) डायपर पहनाने से पहले उस भाग पे नैप्पी क्रीम लगाना बहोत जरूरी है।
२) नैप्पी क्रीम लगाने के बाद डायपर पहनाना है। डायपर की साइज बच्चे के वजन के हिसाब से मेडिकल से लेनी चाहिए। बच्चे के साइज से ज्यादा छोटी और ज्यादा बड़े डायपर बच्चो को न पहनाये।
३)दिनभर डायपर न पहनाये।
४)दिन में ज्यादातर डायपर का उपयोग न करे उसे कॉटन के कपडे पहनाये। रात में डायपर का उपयोग करे।
५) हर २ घंटे में डायपर चेंज करना बहोत जरूरी है।
६)डायपर निकलने के बाद उस भाग को कॉटन के कपडे से साफ़ करना बहोत जरूरी है।
अगर ये सब नियम से अगर डायपर पहनायेंगे तो बच्चो को कुछ हानि नहीं पहुंचेगी।

डायपर पहनाने से क्या नुकसान पहुँच सकता है ?
अगर डायपर योग्य तरीके से पहनाये तो कुछ नुकसान होने की सम्भावना नहीं है। लेकिन अगर डायपर दिनभर बच्चे को पहना रहे है तो उससे क्या नुक्सान हो सकते है। इसके बारे में हम जानेंगे।
१) दिनभर डायपर पहनाने से त्वचा को नुक्सान पहुँच सकता है। त्वचा लाल होकर उधर बच्चे को खाज , खुजली हो सकती है।
२)वक्त पे डायपर न बदलने से नमी शरीर को लगकर हर वक्त सर्दी, खाँसी बच्चे को हो सकती है।
३)बच्चो में चिचिड़ाहट बढ़ सकती है।

नवजात बच्चे के लिए डायपर का इस्तेमाल कम से कम ही करे। अगर कुछ कारणोंसे डायपर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है तो थोड़े थोड़े वक्त में डायपर चेक करे। नवजात बच्चे परेशानी हो रही तो तो वो रो -रो कर और चिड़चिड़ाहट करेगा। इसलिए उसे कुछ परेशानी होने से पहले ही हमे उसका डायपर बदल देना चाहिए।

हमें हरदम मेडिकल से अच्छे कंपनी का जेल बेस्ड डायपर बच्चो के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। जेल बेस्ड डायपर पानी जल्दी से सोंक लेता है। एकबार इस्तेमाल किया हुआ डायपर फिरसे आपको इस्तेमाल नहीं करना है। उसे निकलने के बाद उसे दूर फेक देना चाहिए अगर बच्चे के नजदीक डायपर रखेंगे तो वो खेलने के लिए हाट में लेकर मुँह में डालने की सम्भावना रहती है। इसलिए हरदम बच्चे को हानि पहुंचाने वाली चीज़े उससे दूर ही रखनी चाहिए। नवजात बच्चे से २ साल तक के बच्चो के लिए डायपर इस्तेमाल करे उसके आहिस्ते आहिस्ते इस्तेमाल करना बंद करदे। और बच्चे को डायपर के बिना बाथरूम में जाकर में जाकर पेशाब करना सिखाये।

0 से 3 साल तक के बच्चो को क्या आहार दे? जानने के लिए के लिए इस लिंक पे क्लिक कीजिये। https://dailyindiannews.com/0-%e0%a4%b8%e0%a5%87-3-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%86/

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